Neha Sarvesh Mittal

मैं नेहा सर्वेश मित्तल ,उम्र 28 वर्ष , निवास स्थान नसीराबाद , योगा की विद्यार्थी हूँ । मैं योग विषय में बी.एस.सी.अजमेर से कर रही हूँ । मेरी प्रथम बार मुलाकात गुरूजी ढाकाराम जी से यूनिवर्सिटी में हुई थी , उनसे मैं और मेरे सभी विद्यार्थी बहुत प्रभावित हुए। 

कुछ समय के बाद ही मैंने तय कर लिया था की मैं गुरुजी से योग की शिक्षा प्राप्त करुँगी । परन्तु मेरी तबीयत ख़राब होने की वजह से मुझे योगा करने में तकलीफ होती थी । इसी कारण से मैं गुरूजी के पास उनके योगा संस्थान "योगापीस" जयपुर आयी । वहां मैंने गुरूजी को अपने माइग्रेन , गर्दन के दर्द व पैरो के दर्द के बारे में बताया । गुरूजी ने मेरे लिए एक थेरेपी चार्ट बनाया । थेरेपीज में पूर्वोत्तान , गर्दन ट्रैक्शन ,उत्थित त्रिकोणासन, उत्थित पार्श्व कोणासना, उत्थित हस्त पादांगुष्ठासन , उत्तानासन , शीर्षासन ,भारद्वाजासन ,जठर परिवर्तन , सुप्तपाद अंगुष्ठासना , सुप्त भारद्वाजासन , सुप्त मरीच्यासना , क्रोसिंग, लेग व घुटना ट्रैक्शन , रोप , अधोमुख श्वानासना, पैरो पर वजन का चार्ट बनाकर दिया ।

मुझे सभी थैरेपीज़ जो की गुरूजी ने लिखी थी वो सभी सोनू सर ने करवाई , उनका व्यवहार व स्वाभाव सभी के साथ अच्छा है । मुस्कराहट के साथ परन्तु बड़ी सावधानी के साथ वो ट्रैक्शन करवाते है । मैं उनका भी आभार प्रकट करती हूँ । "योगापीस" का वातावरण बहुत ही पीसफ़ुल और एनर्जेटिक है । यहां के सभी ट्रेंड इंस्ट्रक्टर और एडमिनिस्ट्रेशन का व्यव्हार सभी के साथ अच्छा है । मुझे शुरुआत में विशाल सर ने योगापीस के बारे में जानकारी दी । मुझे यहाँ सिर्फ 10 दिन हुए है लेकिन मेरी तबीयत में काफी सुधार है , गर्दन का दर्द नहीं है ,माइग्रेन जो की बहुत ज्यादा रहता था अब काफी कम है ।

मैं गुरूजी और उनक सभी सहयोगियों का दिल से शुक्रिया करती हूँ ।